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Showing posts from January, 2019

प्रियंका गांधी का पीछा करेंगे रॉबर्ट वाड्रा के ये विवाद

प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में कूद चुकी हैं. कांग्रेस ने उन्हें पार्टी का महासचिव बनाया है. लोकसभा चुनावों के मद्देनजर प्रियंका को पूर्वी उत्तर प्रदेश की ज़िम्मेदारी दी गई है. आम तौर पर बयानों और सभाओं से किनारा रखने वाली प्रियंका गांधी, कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी हैं. प्रियंका के राजनीति में आने से एक ओर जहां कांग्रेस उत्साहित है, वहीं प्रतिद्वंदी पार्टी भाजपा को परिवारवाद और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रही है. पिछले लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग अपने सभी भाषणों में रॉबर्ट वाड्रा का जिक्र 'दामाद जी' कह कर किया करते थे और कांग्रेस परिवार पर उन्हें फायदा पहुंचाने और दामाद के जरिए भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते थे. अप्रैल 2014 में छत्तीसगढ़ के विश्रामपुर में एक रैली के दौरान मोदी ने "दामाद जी" का जिक्र करते हुए कहा था, "ये मां-बेटे का जादू देखो, जो एक लाख को तीन सौ करोड़ कर देते हैं." हालांकि कांग्रेस परिवार इन आरोपों को खारिज करता रहा है. वाड्रा और विवाद, दोनों साथ-साथ चलते रहे

टेरीज़ा मे के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव गिर गया

ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीज़ा मे के ख़िलाफ़ संसद में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है. विपक्षी लेबर पार्टी उनके ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी. 325 सांसदों ने सरकार का साथ दिया और 306 सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. प्रधानमंत्री ने यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के बारे में यूरोपीय अधिकारियों के साथ जो समझौता किया था, उसे लेकर वो मंज़ूरी दिलवाने मंगलवार को संसद में गईं, लेकिन संसद ने उसे एक सिरे से ख़ारिज कर दिया था. उसके बाद लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बेन ने कहा था कि टेरीज़ा मे की सरकार संसद में अपना विश्वास खो चुकी है. कोर्बेन ने यही कहते हुए अविश्वास प्रस्ताव रखा था. बुधवार को ब्रितानी संसद में छह घंटों तक अविश्वास प्रस्ताव पर बहस हुई जिसके बाद वोटिंग हुई. लेकिन टेरीज़ा मे की अपनी पार्टी के बाग़ी सांसद और डीयूपी के सांसद जिन्होंने सिर्फ़ 24 घंटे पहले टेरीज़ा मे के ब्रेक्सिट डील के विरोध में वोट किया था, बुधवार को उन सांसदों ने सरकार से समर्थन में वोट डाला. इसी वजह से टेरीज़ा मे केवल 19 वोटों के अंतर से अपनी सरकार बचाने म

'सेक्स लिस्ट' जारी करने पर जापानी पत्रिका को मांगनी पड़ी माफ़ी

यह पत्रिका ख़ास पुरुषों के लिए है , जिसमें विश्वविद्यालयों की रैंकिंग की गई है कि कहां की महिलाओं को शराब पिलाकर यौन संबंध बनाने के लिए आसानी से तैयार किया जा सकता है. ये सूची साप्ताहिक पत्रिका स्पा में जारी की गई थी. इस सूची के जारी होने के बाद इसकी काफी आलोचना की गई. एक महिला ने तो इसके लिए एक अभियान शुरू कर दिया. महिला की मांग थी कि पत्रिका इस तरह की सूची प्रकाशित करने के लिए माफ़ी मांगे और पत्रिका से इस लेख को हटाए. लेख में ग्यारानोमी नाम की पार्टी का ज़िक्र किया गया है, जो एक ड्रिंकिंग पार्टी है. इस पार्टी का हिस्सा बनने के लिए मर्द औरतों को पैसे देते हैं. 25 दिसम्बर के अंक में कहा गया है कि ये पार्टी कॉलेज छात्राओं के बीच बेहद लोकप्रिय है. और इस लेख में एक ऐसे सॉफ्टवेयर डेवलपर का इंटरव्यू भी शामिल किया गया है, जिसने ऐसा ऐप बनाया है जिसकी मदद से मर्दों और औरतों को पार्टी में बुलाने के लिए सही लोग मिलेंगे. पत्रिका ने एक बयान में कहा, "महिलाओं के साथ कैसे यौन संबंध बनाने वाले लेख पर हम पाठकों से माफ़ी मांगते हैं, हमें खेद है कि इस लेख में पाठको को लुभाने के लिए आप